Venue: Laxmi Devi Auditorium
Date & Time: 16th February, 2024, Inaugural Ceremony : 11:00 am onwards
Venue: Laxmi Devi Auditorium

संस्कृत हमारी भारतीय संस्कृति की आत्मा के समान है।  वर्तमान में तो संस्कृत भाषा का महत्व सम्पूर्ण विश्व की समझ में आ गया है। संस्कृत को यूनिवर्सल लैंग्वेज के रूप में स्वीकार किया गया है। हमारे समृद्ध धर्म ग्रंथों में लिखे हुए संस्कृत के श्लोक मानव जीवन को नई चेतना देने वाले और मानव कल्याण के द्वार खोलने वाले हैं।

नियम :

– श्लोक सामाजिक समरसता और सम्भाव को इंगित करने वाले होने चाहिए। 

– कोई भी श्लोक धर्म, जाति या चतुर्वर्ण की व्याख्या या उसे परिभाषित करने वाला न हो।

– ऐसे श्लोकों को प्राथमिकता दी जाएगी जो भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों को पुष्ट करने व उनमें युवाओं में

    जन- जागरूकता और चारित्रिक विचार भरने की क्षमता हो।

समय : एक श्लोक पाठ के लिए अधिकतम 5 मिनट का समय प्रदान किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागी को श्लोक का अर्थ समझाने के लिए हिंदी अनुवाद भी करना होगा।

श्लोक पाठ के लिए प्रत्येक कालेज से एक प्रतिभागी या अधिकतम दो प्रतिभागी भाग ले सकते हैं।